JEFF BEZOS BIOGRAPHY IN HINDI(amazon.com के संस्थापक व विश्व के सबसे धनि आदमी जेफ्फ बेजोस की कहानी )
हेल्लो
दोस्तों आज मैं बात करने जा रहा हु दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन शोपिंग साईट amazon.com के फाउंडर जेफ्फ बेजोस की जो अभी हल ही में माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स
को पीछे छोड़कर दुनिया के सबसे आमिर व्यक्ति बन गए है amazon के शेयर्स में आये बढ़त
की वजह से बेजोस की वित्तीय और गैर वित्तीय संपत्ति का मूल करीब183 billionअमेरिकी डॉलर हो गया था जबकि बिल
गेट्स के पास 113 billion अमेरिकी डॉलर की संपत्ति है जेफ्फ ने amazon.com की स्थापना कर लोगो की खरीदारी का तरिका ही बदल
दिया आपको जो कुछ भी चाहिए ऑनलाइन आदेश करिये और सामान आपके दरवाजे पर हाजिर वह भी
बाजार से सस्ती कीमतों पर जेफ्फ की यही सोच उन्हें आज इस मुकाम पर लेकर आई कि आज
के समय में उनका नाम सबसे अमीर लोगो में गिना जाता है दोस्तों जेफ्फ बेजोस आज भले
ही अरो खरबों मालिक है लेकिन उन्होंने ने भी अपनी जिंदगी में बोहत साड़ी मुस्किलो
का सामना किया बेजोस जिनका जन्म एक नाबालिक माँ कि कोक में हुआ और 18 महीने की उम्र
में ही उनके पिता उन्हें बेसहारा छोड़ कर चले गए आगे चलकर सौतेले पिता की छत्रछाया
में उन्होंने पढाई की तो वाही नाना के यहाँ रहकर अपनी छुट्टिया बिताई और फिर अछि
खासी नौकरी छोड़कर ऑनलाइन बिज़नस में कूद पड़े तो चलिए दोस्तों बेजोस के इस उतार चढाव
सफ़र को हम सुर्रू से जानते है
JEFF BEZOS LIFE STORY (JEFF BEZOS BIOGRAPHY IN HINDI )
जेफ्फ बेजोस
का जन्म 12 january 1964 को अमेरिका के न्यू मेक्सिको में हुआ था जब वे पैदा हुए
थे उस समय उनकी माँ जैकलिन हाई स्कूल में पढाई कर रही थी और उनकी उम्र केवल 17 साल
थी उनके पिता का नाम जोर्गेंस था जो सिर्फ 18 महीने की उम्र में उन्हें और उनकी
माँ को बसहरा छोड़ कर चले गए जिसके बाद कुछ सालो तक जैकलिन यानी उनकी माँ ने उन्हें
अकेले संभाला और फिर जब वे 4 साल के हो गए तब उन्होंने निबुयेल बेजोस नाम के आदमी
के साथ फिर से सादी कर ली जिसके बाद जेफ्फ अब अपना सर नेम जेफ्फ बोस लिखने लगे
सादी के बाद उनका पूरा परिवार हूस्टन सिफ्ट हो गया और निबुयेल वहा एक इंजीनियरिंग के रूप में काम करने लगे
दोस्तों जेफ्फ के अन्दर सुरु से ही नए नए चिसो को जानने का सौक था वे अपने खिलौनों
को खोलकर अलग अलग कर देते और फिर उसे जोड़ते रहते थे दरअसल वे जानना चाहते थे कि
कोई भी चीस काम कैसे करती है वे सुरु से ही अपनी उम्र के बच्चो से काफी अलग थे
जेफ्फ ने RIVER OAKS ELEMENTARY s से अपनी सुरुआती पढाई की और अपनी छुट्टिया उन्होंने अपने नाना के
वहा बिताई उन्होंने शुरु से ही अपने आप को टेक्नोलॉजी में इम्प्रोव किया बचपन से
अपने भाई बहनों से अपने कमरे की सुरछा के लिए उन्होंने एक इलेक्ट्रिक अलार्म भी
बनाया आगे चलकर उनका परिवार फ्लोरिडा के नियामी सहर सिफ्ट हो गया | जहा जेफ्फ ने
POLMETTO HIGH SCHOO से अपनी पढाई शुरू की | POLMETTO में पढाई करते समय उन्होंने
यूनिवर्सिटी ऑफ़ फ्लोरिडा के साइंस ट्रेनिंग प्रोग्राम में पार्टिसिपेट भी किया जहा
उन्हें 1982 में सिल्वर नाइट अवार्ड से नवाजा गया दोस्तों जेफ्फ हमेसा एक
इंटेलिजेंट स्टूडेंट में गिने जाते रहे है स्कूल के दिनों से ही उनका ध्यान हमेशा
किताबो में ही रहता था लेकीन यह बात उनके माता पिता के लिए एक चिंता का कारन बन गई
थी इसीलिए उन्होंने जेफ्फ को फूटबोल सिखाना शुरू किया आगे चलकर बेजोस ने पिंसटन
यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रीकल इंजीनियरिंग और कंप्यूटर साइंस में बैचलर ऑफ साइंस की
डिग्री ली |1986 में
ग्रेजुएट होने के बाद बेजोस ने कंप्यूटर साइंस के छेत्र में ही WALL STREET में
काम किया इसके बाद उन्होंने फेटल नाम कि एक कम्पनी में भी काम किया लेकिन का;इ और
कंपनीयो में काम करने के बाद उन्होंने सोचा कि वे दुसरो को काम कब तक करेंगे
इसीलिए उन्होंने खुद का बिज़नस स्टार्ट करने का मन बनाया जिसके बाद उन्होंने
अमेरिका के बोहत सारे शहरो की यात्रा की और लोगो की डिमांड को करीब से जाना आखिर
कार उनके सर्वे में पता चला कि इन्टरनेट की डिमांड बोहत तेजी से बढ़ रही है और अगर
इसी छेत्र में बिज़नस स्टार्ट किया जाये तो सफलता तो मिलनी ही है 1994 में उन्होंने अपनी अच्छी खासी नौकरी छोड़
दी और अपने घर के गैराज से ऑनलाइन बिज़नस की तरफ अपना पहला कदम रखा जहा उन्होंने
किताबे बेचने से सुरुआत की दोस्तों जेफ्फ ने किताबो को बेचना सायद इसलिए भी सोचा
था क्योकि वे खुद भी किताबो के बोहत सौखीन थे उन्होंने तीन कंप्यूटर और कुछ ही
एम्प्लोयेस के साथ कंपनी कि सुरुआत की जेफ्फ के माता पिता ने भी अपनी तरफ से पूरी
सहायता की हालाकि उन्हें जेफ्फ का बिज़नस मॉडल कुछ ज्याद नही समझ आ रहा था क्योकि
उस समय तक वे इन्टरनेट के बारे में नही जानते थे लेकिन उन्हें जेफ्फ पर पूरा भरोसा
था जेफ्फ ने अपनी कंपनी का नाम सबसे पहले CADABRA रखा था |और फिर आगे कुछ महीनो में उसे बदलकर RELENTLESS .COM कर लिया लेकिन यह नाम भी उनके दोस्तों को पसंद नहीं था इसीलिए 1995 में अन्ततः
उन्होंने अपनी कंपनी का नाम amazon.com रख लिया |
जो
कि अमेरिका के एक नदी के नाम पर आधारित थी बिज़नस स्टार्ट करने के सिर्फ दो महीनो
में ही amazon ने 45 से अधिक देशो में अपने बुक्स की सेलिंग कर दी और उनके हर
हफ्ते की बिक्री करीब 20000 अमेरिकन डॉलर हो गई बस यही से जेफ़ और उनकी कम्पनी
amazon ने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा और आगे चलकर amazon पर अनगिनत सामानों का लिस्टिंग
किया गया और फीर amazon दुनिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन शोपिंग साईट बन गई इसी बिच
कंपनी के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन november 2007 में आया जब amazon .com ने
amazon किंदल नाम से ईबुक रीडर बाजार में उतरा जिससे किताबो को तुरंत डाउनलोड करके
पढ़ा जा सकता था इससे कंपनी को काफी प्रॉफिट हुआ इस प्रोडक्ट से एक तो किंदल की
बिक्री बढ़ी दूसरी किंदल फोर्मेट मे पढ़े जाने वाली बुक्स की भी बिक्री बढ़ गई
ग्राहकों के लिए ये बोहत सुविधा जनक था क्योकि अब उन्हें बुक के आने का इंतजार
नहीं करना पड़ता था मनचाही बुक मिनटों में उनके पास आ जाती थी जेफ्फ की अगर पर्सनल
लाइफ की बात करे तो उन्होंने 1993 में मैकंजी से सादी की जिससे उन्हें तीन बेटे है
इसके अलावा उन्होंने एक लड़की को भी गोद लिया है दोस्तों हर साल amazon जेफ्फ और
उनकी फैमली की सिक्योरिटी पर करीब 13 करोड़ रुपये खर्च करती है लेकिन फिर भी जेफ्फ
की वाइफ चारो बच्चों को स्कूल छोड़ने के बाद जेफ्फ को कार से खुद ऑफिस ड्राप करती
है |और जेफ्फ भी अपनी पत्नी और बच्चों को अपना पूरा समय देते है
आशा करता हु आपको ये मेरा ब्लॉग jeff bezos biography in hindi पसंद आया होगा अगर पसंद आया हो तो कमेंट में लिखकर जरुर बताये धन्यवाद |
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